खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए 1 जनवरी 2022 से शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलेगा.
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि ’शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान लगातार चलाया जाए ताकि मिलावटखोरों में भय पैदा हो।
उन्होंने कहा कि शुद्ध खाद्य उत्पाद प्राप्त करना नागरिकों का अधिकार है और खाद्य पदार्थों की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभाग इसमें सक्रिय भूमिका निभाएं। वह ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
राजस्थान:शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में, मिलावटखोरों की सूचना देने वाले को मिलेगी 51 हजार रुपए का ईनाम
राजस्थान:शुद्ध के लिए युद्ध अभियान इन चीजों पर रहेगा ज्यादा ध्यान
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में दूध, मावा, पनीर, दूध उत्पाद, आटा, बेसन, खाद्य तेल एवं घी, सूखे मेवे, मसालों की जांच की जाएगी।
अभियान के अंतर्गत दूध से बने प्रोडक्ट, आटा, बेसन, खाद्य तेल, घी, सूखे मेवे, मसालों की जांच होगी
मिलावटखोरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी, एसडीएम और डिप्टी एसपी करेंगे कार्रवाई
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में 6 विभागों को जोड़ा गया
राज्य सरकार ने इस अभियान को प्रभावी बनाने के लिए एक कोर ग्रुप का गठन किया है।
छह विभाग जिला प्रशासन, पुलिस, चिकित्सा, रसद विभाग, बाट माप तौल और डेयरी विभाग मिलकर कार्रवाई करेंगे
जिला स्तर पर उनकी अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है और उपखंड स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है.
सूचना देने वालों को 51000 का इनाम
जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा (District Collector Antar Singh Nehra) ने बताया कि अभियान की अवधि में मिलावटी खाद्य वस्तुएं बनाने वालों की सूचना देने वालों को सूचना सही पाए जाने पर 51000 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
इस राशि का वितरण कलेक्टर के द्वारा फूड टेस्टिंग लैब की सूचना के बाद निष्कर्ष प्रमाणित करते हुए दिया जाएगा. यह भी बताया कि मिलावट करने वालो की सूचना कंट्रोल रूम नंबर पर सूचित करें सकते हैं,
सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा.
सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा. जिला स्तरीय प्रबंधन समिति द्वारा जिले के खाद्य पदार्थ उत्पाक, बड़े थोक विक्रेता और खुदरा विक्रेता चिन्हित किए जाएंगे, जहां मिलावट की संभावना अधिक रहती है.
[…] एक जनवरी से 31 मार्च 2022 तक बड़े स्तर पर शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाने का निर्णय लिया […]